आज के समय में कंप्यूटर के बारे में कौन नहीं जानता। आज के समय में कंप्यूटर का काम इतना बढ़ गया है कि हर व्यक्ति को इसके बारे में कुछ न कुछ जानकारी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सुपर कंप्यूटर क्या है? सुपर कंप्यूटर के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, सुपर कंप्यूटर क्या है, सुपर कंप्यूटर कैसे काम करता है, हमें सुपर कंप्यूटर की आवश्यकता क्यों पड़ी? आज हम इसके बारे में विस्तार से जानेंगे। तो चलिए आज कुछ नया सीखते हैं –
सुपर कंप्यूटर क्या है?
सुपर कंप्यूटर में सामान्य कंप्यूटर की तुलना में तेज़ गति और स्टोरेज क्षमता होती है। इनका उपयोग रोजमर्रा के कामों में नहीं किया जा सकता। आकार में बहुत बड़े होने के कारण सुपर कंप्यूटर का मुख्य कार्य मौसम की भविष्यवाणी करना, एनिमेशन बनाना, अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष यात्रा के लिए अंतरिक्ष में भेजना, बड़ी वैज्ञानिक और अनुसंधान प्रयोगशालाओं में शोध और खोज करना आदि है।
जैसे – PARAM, PARAM YUVA 2, PRATYUSH आदि।
सुपर कंप्यूटर एक समय में 100 से अधिक उपयोगकर्ताओं का समर्थन करता है। सुपर कंप्यूटर के निर्माण के बाद से इंसानों के लिए कई काम आसान हो गए हैं।
कैसे बना दुनिया का पहला सुपरकंप्यूटर –
दुनिया का पहला सुपरकंप्यूटर “इलियाक-4” है। इसने 1975 में काम करना शुरू किया था। इसे “डैनियल स्लॉटनिक” ने विकसित किया था। यह एक बार में 64 कंप्यूटर का काम कर सकता था। इसकी मुख्य मेमोरी में “80 लाख” शब्द हो सकते थे।
इस समय दुनिया का सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटर –
“रिकेन और फुजित्सु” नामक एक जापानी वैज्ञानिक शोध संस्थान ने 6 साल पहले “फुगाकू” का विकास शुरू किया था। यह दुनिया का सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटर है।
सुपरकंप्यूटर के लाभ –
• सुपरकंप्यूटर का उपयोग मौसम की भविष्यवाणी करने और एनिमेशन बनाने के लिए किया जाता है।
• इसका उपयोग अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने और वैज्ञानिक और शोध प्रयोगशालाओं में शोध और खोज करने के लिए किया जाता है।
• सुपरकंप्यूटर एक बार में 100 से अधिक उपयोगकर्ताओं का समर्थन करता है।
• सुपरकंप्यूटर की गति बहुत तेज़ होती है और स्टोरेज क्षमता बहुत अच्छी होती है।
• यह इंसानों से कई गुना तेज़ काम करता है।
सुपरकंप्यूटर की विशेषताएँ –
• सुपरकंप्यूटर का आकार एक सामान्य कमरे के बराबर होता है, इसलिए इसे एक निश्चित स्थान पर रखा जाता है।
• सुपरकंप्यूटर मल्टी-यूजर और मल्टी-टास्किंग होता है जिसमें एक समय में कई यूजर काम कर सकते हैं और अपना काम कर सकते हैं।
• सुपरकंप्यूटर का इस्तेमाल गणितीय गणना करने के लिए किया जाता है।
• आज सुपरकंप्यूटर का इस्तेमाल आईटी इंडस्ट्री, चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में शोध के लिए किया जा रहा है।
दुनिया के पांच सबसे बेहतरीन सुपर कंप्यूटर –
सुपर कंप्यूटर के निर्माण के बाद से ही इसने वैज्ञानिक संस्थानों और चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में क्रांति ला दी है, तो चलिए जानते हैं दुनिया के पांच सुपर कंप्यूटर के बारे में –
• फुगाकू (जापान)
• समिट (अमेरिका)
• सिएरा (अमेरिका)
• सनवे ताइहुलाइट (चीन)
• सेलेन (अमेरिका)
भारत के पांच सबसे बेहतरीन सुपर कंप्यूटर –
भारत में सुपर कंप्यूटर की शुरुआत वर्ष 1991 में हुई थी, भारत का पहला सुपर कंप्यूटर PARAM – 8000 है। तो चलिए जानते हैं भारत के पांच सुपर कंप्यूटर के बारे में –
• PARAM Siddhi-AI
• प्रत्युष
• मिहिर
• सहस्राट
• आदित्य
सहरसा सुपर कंप्यूटर (सहरसा टी – क्रे xc40)- सुपर कंप्यूटर कर्नाटक के बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान में स्थापित “सहरसा” देश के सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटरों में से एक है।
आदित्य (आदित्य – आईबीएम/लेनोवो सिस्टम) – महाराष्ट्र के मौसम विभाग “इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल”, पुणे में स्थापित भारत का सुपर कंप्यूटर “आदित्य” शक्तिशाली सुपर कंप्यूटरों की श्रेणी में आता है।
टीआईएफआर कलर बेसन – हैदराबाद में तैयार यह सुपर कंप्यूटर “टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च फैसिलिटी” में रखा गया है।
आईआईटी दिल्ली एचपीसी – यह सुपर कंप्यूटर आईआईटी दिल्ली में रखा गया है।
परम युवा 2 – यह सुपर कंप्यूटर महाराष्ट्र के पुणे में “सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग” सी-डैक में रखा गया है।
Supercomputers: Definition, Functions, Features, and the Top 5 Supercomputers in India & the World
Who does not know about computers in today’s time. In today’s time, the work of computers has increased so much that every person has some knowledge about it, but do you know what a supercomputer is? Very few people know about supercomputers, what is a supercomputer, how does a supercomputer work, why did we need a supercomputer? Today we will learn about it in detail. So let’s learn something new today –
What is a supercomputer?
Supercomputers have faster speed and storage capacity than normal computers. They cannot be used in everyday tasks. Being very large in size, the main function of supercomputers is to predict the weather, create animations, send astronauts into space for space travel, do research and discovery in large scientific and research laboratories, etc.
Like – PARAM, PARAM YUVA 2, PRATYUSH etc.
Supercomputer supports more than 100 users at a time. Many tasks have become easier for humans since the creation of supercomputers.
How the world’s first supercomputer was made –
The world’s first supercomputer is “Iliac-4”. It started working in 1975. It was developed by “Daniel Slotnik”. It could do the work of 64 computers at once. Its main memory could hold “80 lakh” words.
The most powerful supercomputer in the world at present –
A Japanese scientific research institute named “RIKEN and Fujitsu” started the development of “Fugaku” 6 years ago. It is the most powerful supercomputer in the world.
Advantages of supercomputer –
• Supercomputers are used to predict weather and create animations.
• It is used to send astronauts into space and to do research and discovery in scientific and research laboratories.
• The supercomputer supports more than 100 users at a time.
• The speed of supercomputer is very fast and the storage capacity is very good.
• It works many times faster than humans.
Features of Supercomputer –
• The size of a supercomputer is equal to a normal room, so it is kept in a fixed place.
• Supercomputer is multi-user and multi-tasking in which many users can work and do their work at a time.
• Supercomputer is used to perform mathematical calculations.
• Today supercomputers are being used for research in the field of IT industry, medicine and education.
The five best supercomputers in the world –
Since the creation of supercomputers, it has revolutionized scientific institutions and medical education sector, so let’s know about the five supercomputers of the world –
• Fugaku (Japan)
• Summit (USA)
• Sierra (USA)
• Sunway Taihulight (China)
• Selene (USA)
The five best supercomputers of India –
Supercomputers started in India in the year 1991, India’s first supercomputer is PARAM – 8000. So let’s know about the five supercomputers of India –
• PARAM Siddhi-AI
• Pratyush
• Mihir
• SAHASRAT
• AADITYA
Saharsa Supercomputer (Saharsa T – Cray xc40)- Supercomputer “Saharsa” installed at the Indian Institute of Science in Bengaluru, Karnataka is one of the most powerful supercomputers in the country.
Aditya (Aditya – IBM/Lenovo System) – India’s supercomputer “Aditya” installed in the Meteorological Department of Maharashtra “Indian Institute of Tropical”, Pune, comes in the category of powerful supercomputers.
TIFR Color Besan – This supercomputer prepared in Hyderabad is kept in “Tata Institute of Fundamental Research Facility”.
IIT Delhi HPC – This supercomputer is kept in IIT Delhi.
Param Yuva 2 – This supercomputer is kept in “Center for Development of Advanced Computing” C-DAC in Pune, Maharashtra.
आज के समय में कंप्यूटर के बारे में कौन नहीं जानता। आज के समय में कंप्यूटर का काम इतना बढ़ गया है कि हर व्यक्ति को इसके बारे में कुछ न कुछ जानकारी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सुपर कंप्यूटर क्या है? सुपर कंप्यूटर के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, सुपर कंप्यूटर क्या है, सुपर कंप्यूटर कैसे काम करता है, हमें सुपर कंप्यूटर की आवश्यकता क्यों पड़ी? आज हम इसके बारे में विस्तार से जानेंगे। तो चलिए आज कुछ नया सीखते हैं –
सुपर कंप्यूटर क्या है?
सुपर कंप्यूटर में सामान्य कंप्यूटर की तुलना में तेज़ गति और स्टोरेज क्षमता होती है। इनका उपयोग रोजमर्रा के कामों में नहीं किया जा सकता। आकार में बहुत बड़े होने के कारण सुपर कंप्यूटर का मुख्य कार्य मौसम की भविष्यवाणी करना, एनिमेशन बनाना, अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष यात्रा के लिए अंतरिक्ष में भेजना, बड़ी वैज्ञानिक और अनुसंधान प्रयोगशालाओं में शोध और खोज करना आदि है।
जैसे – PARAM, PARAM YUVA 2, PRATYUSH आदि।
सुपर कंप्यूटर एक समय में 100 से अधिक उपयोगकर्ताओं का समर्थन करता है। सुपर कंप्यूटर के निर्माण के बाद से इंसानों के लिए कई काम आसान हो गए हैं।
कैसे बना दुनिया का पहला सुपरकंप्यूटर –
दुनिया का पहला सुपरकंप्यूटर “इलियाक-4” है। इसने 1975 में काम करना शुरू किया था। इसे “डैनियल स्लॉटनिक” ने विकसित किया था। यह एक बार में 64 कंप्यूटर का काम कर सकता था। इसकी मुख्य मेमोरी में “80 लाख” शब्द हो सकते थे।
इस समय दुनिया का सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटर –
“रिकेन और फुजित्सु” नामक एक जापानी वैज्ञानिक शोध संस्थान ने 6 साल पहले “फुगाकू” का विकास शुरू किया था। यह दुनिया का सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटर है।
सुपरकंप्यूटर के लाभ –
• सुपरकंप्यूटर का उपयोग मौसम की भविष्यवाणी करने और एनिमेशन बनाने के लिए किया जाता है।
• इसका उपयोग अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने और वैज्ञानिक और शोध प्रयोगशालाओं में शोध और खोज करने के लिए किया जाता है।
• सुपरकंप्यूटर एक बार में 100 से अधिक उपयोगकर्ताओं का समर्थन करता है।
• सुपरकंप्यूटर की गति बहुत तेज़ होती है और स्टोरेज क्षमता बहुत अच्छी होती है।
• यह इंसानों से कई गुना तेज़ काम करता है।
सुपरकंप्यूटर की विशेषताएँ –
• सुपरकंप्यूटर का आकार एक सामान्य कमरे के बराबर होता है, इसलिए इसे एक निश्चित स्थान पर रखा जाता है।
• सुपरकंप्यूटर मल्टी-यूजर और मल्टी-टास्किंग होता है जिसमें एक समय में कई यूजर काम कर सकते हैं और अपना काम कर सकते हैं।
• सुपरकंप्यूटर का इस्तेमाल गणितीय गणना करने के लिए किया जाता है।
• आज सुपरकंप्यूटर का इस्तेमाल आईटी इंडस्ट्री, चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में शोध के लिए किया जा रहा है।
दुनिया के पांच सबसे बेहतरीन सुपर कंप्यूटर –
सुपर कंप्यूटर के निर्माण के बाद से ही इसने वैज्ञानिक संस्थानों और चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में क्रांति ला दी है, तो चलिए जानते हैं दुनिया के पांच सुपर कंप्यूटर के बारे में –
• फुगाकू (जापान)
• समिट (अमेरिका)
• सिएरा (अमेरिका)
• सनवे ताइहुलाइट (चीन)
• सेलेन (अमेरिका)
भारत के पांच सबसे बेहतरीन सुपर कंप्यूटर –
भारत में सुपर कंप्यूटर की शुरुआत वर्ष 1991 में हुई थी, भारत का पहला सुपर कंप्यूटर PARAM – 8000 है। तो चलिए जानते हैं भारत के पांच सुपर कंप्यूटर के बारे में –
• PARAM Siddhi-AI
• प्रत्युष
• मिहिर
• सहस्राट
• आदित्य
सहरसा सुपर कंप्यूटर (सहरसा टी – क्रे xc40)- सुपर कंप्यूटर कर्नाटक के बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान में स्थापित “सहरसा” देश के सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटरों में से एक है।
आदित्य (आदित्य – आईबीएम/लेनोवो सिस्टम) – महाराष्ट्र के मौसम विभाग “इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल”, पुणे में स्थापित भारत का सुपर कंप्यूटर “आदित्य” शक्तिशाली सुपर कंप्यूटरों की श्रेणी में आता है।
टीआईएफआर कलर बेसन – हैदराबाद में तैयार यह सुपर कंप्यूटर “टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च फैसिलिटी” में रखा गया है।
आईआईटी दिल्ली एचपीसी – यह सुपर कंप्यूटर आईआईटी दिल्ली में रखा गया है।
परम युवा 2 – यह सुपर कंप्यूटर महाराष्ट्र के पुणे में “सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग” सी-डैक में रखा गया है।